मिर्जापुरः राजनीति गरमाने से किसानों का हौसला बढ़ा, तीसरी लाइन का काम रोका
मिर्जापुर के अदलहाट का मामला राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनते ही किसानों का हौसला बढ़ गया। किसानों ने मंगलवार को रेलवे की तीसरी लाइन के लिए हो रहे काम को रोक दिया। कार्यदायी संस्था की तरफ से मिट्टी की खुदाई कर रहे जेसीबी चालक को घेर लिया और काम को बंद कराने के बाद नहर में लगे पाइप को उखड़वा दिया। साथ ही चेतावनी दी कि जब तक कोई फैसला नहीं हो जाता है तब तक काम नहीं करने दिया जाएगा।
रेलवे ने हावड़ासे नई दिल्ली रेल मार्ग के समानान्तर तीसरी लाइन के निर्माण के लिए वर्ष-2009 में अदलहाट के कुंडाडीह, जादवपुर, गोरखपुर, देवरिया,बरईपुर गांव के किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया था। इन गांवों के किसानों ने काफी दिनों से रेलवे लाइन के निर्माण का कार्य रोक रखा है। किसानों का कहना था कि मुआवजे की धनराशि के साथ ही परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी दी जाए। किसानों ने मुआवजे की राशि ले ली लेकिन नौकरी की मांग को लेकर भूमि पर से कब्जा नहीं हटाया। इस वर्ष भी किसानों ने अधिग्रहित भूमि पर फसल बोई है। रविवार को एसडीएम चुनार जंग बहादुर यादव व सीओ चुनार कार्यदायी संस्था के इंजीनियरों के साथ फोर्स लेकर कुण्डाडीह पहुंच गए और कार्य शुरू कराया। जेसीबी से फसल को रौंद कर मिट्टी पाटने का कार्य शुरू करा दिया गया। इस दौरान जुटे किसानों को बल प्रयोग कर खदेड़ दिया गया।
किसानों की खड़ी फसल को रौंदने पर राजनीति गरमा गई। भारतीय किसान यूनियन के साथ ही कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी भाजपा सरकार पर हमला बोल दिया। मंगलवार को जादोपुर गांव के पास रेलवे की कार्यदायी संस्था डीएफसी के इंजीनियर किसानों के खेतों में पहुंच कर पोकलैंड से मिट्टी की खुदाई कराने लगे। करीब आधे घंटे बाद गांव के किसानों को जब इसकी जानकारी हुई तो मौके पर पहुंच कर काम रोक दिया।
किसानों ने मौके पर पहुंचकर पोकलैंड को घेर लिय़ा। कहा कि डीएम ने काम रोकवा दिया है। चालक ने बताया कि इसकी जानकारी हमें नहीं दी गयी है। आक्रोशित किसानों ने जादवपुर मंदिर के पास नहर में लगे पाइप को उखाड़ दिए।किसानों ने कार्यदायी संस्था को चेतावनी दी कि अगर दोबारा काम चालू हुआ तो इसकी जिम्मेदार जिला प्रशाससन होगी।
वहीं, क्षेत्र के जादोपुर गांव के शिव मंदिर पर मंगलवार को महिला किसानों ने बैठक कर डीएम के साथ बुधवार को कलक्ट्रेट में होने वाली बैठक के संबंध में रणनीति तैयार की। इस दौरान तय किया गया कि किसानों पर लाठीचार्ज कराने वाले उपजिलाधिकारी चुनार को निलंबित करने की मांग की जाएगी।किसानों ने कहा कि रौंदी गयी फसल की क्षतिपूर्ति,घायलों को मुआवजा भी दिलाया जाए। बैठक की अध्यक्षता रेलवे संघर्ष समिति के संयोजक अनिल सिंह संचालन धर्मेन्द्र सिंह ने किया। बैठक में रतन लाल चौरसिया, पुनवासी, चन्द्रहास पटेल, ओम प्रकाश, सावित्री देबी, सविता देवी, आनन्द पाल, मंजू देवी, संजय सिंह मौजूद रहे।